-
समाप्तिः
Meanings: 2; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 3.393709 | Lang: NA
-
final stage
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.3702869 | Lang: NA
-
end
Meanings: 50; in Dictionaries: 12
Type: WORD | Rank: 0.3438468 | Lang: NA
-
last
Meanings: 29; in Dictionaries: 9
Type: WORD | Rank: 0.1620005 | Lang: NA
-
निष्पत्तिः
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.1111361 | Lang: NA
-
प्रमोक्षणम्
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.0793829 | Lang: NA
-
ending
Meanings: 3; in Dictionaries: 3
Type: WORD | Rank: 0.06350632 | Lang: NA
-
consummation
Meanings: 4; in Dictionaries: 3
Type: WORD | Rank: 0.04762974 | Lang: NA
-
अयनान्तः
Meanings: 2; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.04762974 | Lang: NA
-
निवृत्तिः
Meanings: 2; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.04762974 | Lang: NA
-
पूर्णभूतकालः
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.04762974 | Lang: NA
-
पूर्णवर्तमानकालः
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.04762974 | Lang: NA
-
fulfilment
Meanings: 7; in Dictionaries: 5
Type: WORD | Rank: 0.03969145 | Lang: NA
-
finishing
Meanings: 10; in Dictionaries: 7
Type: WORD | Rank: 0.03969145 | Lang: NA
-
accomplishment
Meanings: 6; in Dictionaries: 5
Type: WORD | Rank: 0.03969145 | Lang: NA
-
समापनम्
Meanings: 6; in Dictionaries: 2
Type: WORD | Rank: 0.03969145 | Lang: NA
-
expiration
Meanings: 14; in Dictionaries: 9
Type: WORD | Rank: 0.03175316 | Lang: NA
-
completion
Meanings: 15; in Dictionaries: 7
Type: WORD | Rank: 0.03175316 | Lang: NA
-
सिद्धिः
Meanings: 4; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.03175316 | Lang: NA
-
विनाशः
Meanings: 5; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.03175316 | Lang: NA
-
conclusion
Meanings: 17; in Dictionaries: 11
Type: WORD | Rank: 0.02381487 | Lang: NA
-
perfection
Meanings: 11; in Dictionaries: 6
Type: WORD | Rank: 0.02381487 | Lang: NA
-
कामाख्या सिद्धी - दीप अर्पण
कामरूप कामाख्या में जो देवी का सिद्ध पीठ है वह इसी सृष्टीकर्ती त्रिपुरसुंदरी का है ।
Type: PAGE | Rank: 0.02245287 | Lang: NA
-
हरिवंश पर्व - एकोनविंशोऽध्यायः
महर्षी व्यासांनी रचलेला हा महाभारताचा पुरवणी ग्रंथ आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.01587658 | Lang: NA
-
अपवर्ग
Meanings: 29; in Dictionaries: 8
Type: WORD | Rank: 0.01587658 | Lang: NA
-
पुष्पिका
Meanings: 20; in Dictionaries: 6
Type: WORD | Rank: 0.01587658 | Lang: NA
-
अश्वमेधखण्डः - विषयानुक्रमणिका
गर्ग संहिता ही गर्ग मुनिंची रचना आहे. ह्या संहितेत श्रीकृष्ण आणि राधाच्या माधुर्य-भाव असलेल्या लीलांचे वर्णन आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.01389201 | Lang: NA
-
वाक्यकांड - भाग ८
संस्कृत व्याकरणातील एक प्रसिद्ध ग्रंथ म्हणजे वाक्यपदीय. याची रचना योगिराज भर्तृहरिने केली.
Type: PAGE | Rank: 0.009922862 | Lang: NA
-
कल्पना
Meanings: 37; in Dictionaries: 10
Type: WORD | Rank: 0.009922862 | Lang: NA
-
कृतयुगसन्तानः - अध्यायः २८८
लक्ष्मीनारायणसंहिता
Type: PAGE | Rank: 0.00793829 | Lang: NA
-
उत्तरभागः - अध्यायः २२
`नारदपुराण’ में शिक्षा, कल्प, व्याकरण, ज्योतिष, और छन्द-शास्त्रोंका विशद वर्णन तथा भगवानकी उपासनाका विस्तृत वर्णन है।
Type: PAGE | Rank: 0.00793829 | Lang: NA
-
द्विसत्पतितमः पटलः - कालीस्वरूपकथनम
कालीस्तवनम्
Type: PAGE | Rank: 0.00793829 | Lang: NA
-
मिमांसा - भाग २
जैमिनी कृत मिमांसात अतिशय उत्तम रितीने संसारातील तत्वज्ञान सांगितले आहे .
Type: PAGE | Rank: 0.00793829 | Lang: NA
-
close
Meanings: 51; in Dictionaries: 7
Type: WORD | Rank: 0.00793829 | Lang: NA
-
पातालखण्डः - अध्यायः १०४
भगवान् नारायणाच्या नाभि-कमलातून, सृष्टि-रचयिता ब्रह्मदेवाने उत्पन्न झाल्यावर सृष्टि-रचना संबंधी ज्ञानाचा विस्तार केला, म्हणून ह्या पुराणास पद्म पुराण म्हणतात.
Type: PAGE | Rank: 0.00793829 | Lang: NA
-
उत्तरखण्डः - अध्यायः १२४
भगवान् नारायणाच्या नाभि-कमलातून, सृष्टि-रचयिता ब्रह्मदेवाने उत्पन्न झाल्यावर सृष्टि-रचना संबंधी ज्ञानाचा विस्तार केला, म्हणून ह्या पुराणास पद्म पुराण म्हणतात.
Type: PAGE | Rank: 0.00793829 | Lang: NA
-
रावणवध - भाग १२
संस्कृत भाषेतील काव्य, महाकाव्य म्हणजे साहित्य विश्वातील मैलाचा दगड होय, काय आनंद मिळतो त्याचा रसास्वाद घेताना, स्वर्गसुखच, त्यातीलच एक काव्य म्हणजे कवी भट्टि रचित रावणवध.
Type: PAGE | Rank: 0.006946004 | Lang: NA
-
त्रेतायुगसन्तानः - अध्यायः २२२
लक्ष्मीनारायणसंहिता
Type: PAGE | Rank: 0.006946004 | Lang: NA
-
मिमांसा - भाग ९
जैमिनी कृत मिमांसात अतिशय उत्तम रितीने संसारातील तत्वज्ञान सांगितले आहे .
Type: PAGE | Rank: 0.006946004 | Lang: NA
-
द्वापरयुगसन्तानः - अध्यायः १२२
लक्ष्मीनारायणसंहिता
Type: PAGE | Rank: 0.006946004 | Lang: NA
-
प्रसन्न काण्ड: - सर्ग १३
`भट्टिकाव्यं' हे संस्कृत भाषेतील एक उत्कृष्ट काव्य आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.005953718 | Lang: NA
-
पाद ३ - खण्ड ५७
व्याकरणमहाभाष्य म्हणजे पाणिनि लिखीत अष्टाध्यायीतील काही निवडक सूत्रांवर पतञ्जलिने केलेले भाष्य. या ग्रंथाची रचना ई.पू २०० ते ई.पू १४० मध्ये केली गेली, असे मत व्याकरण पंडितांचे आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.005613219 | Lang: NA
-
नैष्कर्म्यसिद्धिः - अथ प्रथमोऽध्यायः
श्रीज्ञानोत्तममिश्रविरचित नैष्कर्म्यसिद्धि ग्रंथ मनन करण्या योग्य आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.004961431 | Lang: NA
-
अनेकार्थसङ्ग्रहः - त्रिस्वरकाण्डः
आचार्यश्रीहेमचन्द्रेण विरचितः अनेकार्थसङ्ग्रहो नाम कोशः
Type: PAGE | Rank: 0.002480716 | Lang: NA